८ साल बाद ओलंपिक में हम फिर दहाड़ेंगे
विश्व विजेता का इतिहास हम फिर दोहराएंगे,
हाकी का स्वर्णिम दौर जो छूट गया था पीछे
नए जोश से, नए उमंग से वापस लाएंगे,
अभी बस दी है ओलंपिक में दस्तक,
मंजिल तो बहुत दूर है
फ्रांस तो हार गया, अब तोड़ना
बाकियों का गुरूर है,
८ साल से टीस थी जो दिल में, मिलकर मिटाएंगे
हाकी के मैदान पर तिरंगा फहराएंगे
विश्व विजेता का इतिहास हम फिर दोहराएंगे,
जय हिंद
रविवार, फ़रवरी 26, 2012 |
Category:
कविता
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